लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले दो महीने के भीतर योगी आदित्यनाथ सरकार करीब 52 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती करने जा रही है। प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कुल 89 हजार पद है जिनमें 52 हजार खाली चल रहे हैं। 2012 के बाद पहली बार इतने बड़े पैमाने पर भर्ती होने जा रही है।
यूपी के बाल विकास पुष्टाहार विभाग ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को चार महीने मासिक वेतन, केंद्र सरकार की तरफ से डेढ़ हजार रुपये मासिक विशेष प्रोत्साहन राशि और 400 रुपये हर महीने मोबाइल फोन रिचार्ज का दिया जाता है।
इस बार इंटरमीडिएट होगी न्यूनतम योग्यता
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पदों पर भर्ती इच्छुक उम्मीदवारों को दसवीं पास होना जरूरी है। बताया जा रहा है कि इस बार न्यूनतम योग्यता इंटरमीडिएट की जा सकती है। इसके अलावा जिस पद के लिए अप्लाई कर रहे हैं, वहां का स्थाई निवासी होना जरूरी है। उम्रसीमा 21 से 35 साल है। गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवार की महिलाओं को वरीयता दी जाएगी।
आंगनबाड़ी एक प्रकार का चाइल्ड एंड मदर केयर सेंटर है। आंगनबाड़ी केंद्र केंद्र सरकार की योजना है। इस योजना को 2 अक्टूबर, 1975 को लागू किया गया था। यह केंद्र सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है जो बच्चों और स्तनपान करवाने वाली माताओं की सेहत पर केंद्रित है। इस योजना का खर्च केंद्र सरकार और राज्य सरकार वहन करती है।