HomeJobEPAM ने 100 भारतीय कर्मचारियों को निकाला, वापस लिए ऑफर लेटर

EPAM ने 100 भारतीय कर्मचारियों को निकाला, वापस लिए ऑफर लेटर


न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) में लिस्टेड आईटी प्रोवाइडर EPAM Systems ने लगभग 100 भारतीय कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए कहा है, जिनमें से ज्यादातर वो कर्मचारी हैं जो किसी विशेष प्रोजेक्ट में काम नहीं कर रहे थे। इतना ही नहीं कंपनी ने कई लोगों के ऑफर लेटर वापस ले लिए जो जल्द ही यहां ज्वाइन करने वाले थे।

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ”EPAM सिस्टम्स और EPAM एनीवेयर, दोनों ही कंपनियों से कम से कम 100 कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया है। हालांकि ET सटीक संख्या की पुष्टी नहीं कर सका।”

ये इस्तीफे टेस्टिंग, .Net, DevOps और Java डोमेन से हुए हैं। HR मैनेजर्स ने प्रभावित कर्मचारियों से कहा कि कंपनी ने डिमांग का पूर्वअनुमान सही नहीं किया और ओवर हायरिंग की और वे भविष्य में ऑनबोर्डिंग के लिए किसी भी प्रोजेक्ट को फंड नहीं दे सकते।

ET ने बातचीत की रिकॉर्डिंग की समीक्षा की है। कर्मचारियों को Microsoft Teams पर सूचित किया गया और उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया और उन्हें दो ऑप्शन दिए गए। पहला तुरंत नौकरी छोड़ कर वे 3 महीने की सैलरी ले लें और दूसरा दो महीने का नोटिस सर्व करें और अगर इस दौरान वे किसी प्रोजेक्ट में शामिल हो जाते हैं तो उनका इस्तीफा वापस ले लिया जाएगा।

EPAM ने ET के कई रिमाइंडर के बावजूद कॉमेंट मांगने वाले मेल का जवाब नहीं दिया।

ईटी ने इस कदम से प्रभावित दो लोगों से बात की। पिछले कुछ हफ्तों से छंटनी की गई है, जिनमें से अधिकांश ईपीएएम एनीवेयर से हैं जबकि कुछ ईपीएएम सिस्टम से भी हैं। ईपीएएम एनीवेयर के तहत, विश्व स्तर पर 20 से अधिक देशों में लोगों को नौकरी की पेशकश की गई थी जिसका माध्यम रिमोट है। इसका मतलब है कि कर्मचारी अपने घर से ही काम कर सकता है।

EPAM Systems 2021 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में इसके 4,349 पेशेवर थे जो यूक्रेन, बेलारूस और रूस के बाद सबसे बड़ी संख्या में थे।

प्रभावित कर्मचारियों में से एक ने कहा कि संसाधनों की मांग में गिरावट हो सकती है क्योंकि कंपनी अपने कुछ प्रभावित यूक्रेनी कर्मचारियों को फिर से काम पर रख सकती है जो अब पोलैंड और रोमानिया जैसे आस-पास के देशों में काम कर रहे हैं।

पिछले महीने, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि HCL टेक ने Microsoft प्रोजेक्ट पर काम कर रहे लगभग 350 कर्मचारियों को
यह कहते हुए निकाल दिया कि प्रोजेक्ट अब Accenture के पास चला गया है। यह ऐसे समय में सामने आता है जब आईटी कंपनियां मैक्रो हेडविंड (एक बड़ा निगेटिव फैक्टर जो किसी अर्थव्यवस्था या देश के विकास को प्रभावित कर सकता है) का सामना कर रही हैं क्योंकि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था तेजी से मंदी की ओर बढ़ रही है और अमेरिकी बैंकों से तकनीकी खर्च में कटौती की उम्मीद है।

पिछले महीने ईटी ने बताया था कि गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा जैसी बड़ी टेक फर्म हायरिंग को धीमा कर रही हैं, जबकि क्लाइंट आईटी सर्विसेज फर्मों के लिए छोटे कॉन्ट्रैक्ट्स पर रोक लगा रहे हैं।

अगस्त में जारी PwC Survey: Pulse – Managing Business Risks In 2022 के अनुसार US में 50 फीसदी उत्तरदाताओं ने कहा कि वे कुल कर्मचारियों की संख्या को कम कर रहे थे, भले ही बिजनेस लीडर्स हायरिंग और टैलेंट न गंवाने को लेकर चिंतित थे।



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