2025 तक 22 लाख प्रोफशनल छोड़ देंगे अपनी नौकरी
इस रिपोर्ट से यह साफ होता है कि 57 फीसदी आईटी प्रोफेशनल भविष्य में आईटी सेक्टर की तरफ वापसी नहीं करेंगे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि प्रोफेशनल्स के मन में यह भ्रांति है कि सैलरी की बढ़ोतरी के साथ परफॉर्मेंस बेहतर होगा और संतुष्टि मिलेगी। यह कारण है कि 2025 तक 20 से 22 लाख प्रोफेशनल्स अपनी नौकरियां छोड़ देंगे।
पिछले दशक में आईटी सेक्टर में हुई है ग्रोथ
टीम लीज डिजिटल के सीईओ सुनील चेम्मनकोटिल का कहना है कि इंडियन आईटी सेक्टर ने पिछले दशक में बेहतरीन ग्रोथ देखी है। आईटी सेक्टर ने 15.5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की है जिसने फाइनेंशियल ईयर 2022 में 5.5 लाख नौकरियां पैदा की। वर्तमान समय में कर्मचारियों की जरूरतें और प्राथमिकताएं दोनों बदल गई हैं। अब कर्मचारी काम में लचीलेपन की इच्छा और साथ में करियर में वृद्धि जैसे पहलुओं के आधार पर अपने करियर की दोबारा जांच कर रहे हैं और इन पहलुओं के नदारद होने पर कर्मचारी बीच में ही अपनी नौकरियां छोड़ रहे हैं।
आईटी सेक्टर में नौकरियां छोड़ने के आंकड़े बेहद गंभीर और चिंतनीय हैं। रिपोर्ट में यह बताया गया है कि कंपनियों के लिए यह बेहद आवश्यक है कि ऑर्गनाइजेशन के भर्ती प्लान में कर्मचारियों के हित की बातों को शामिल किया जाए। यदि किसी कर्मचारी को अपने काम में यह महसूस होगा कि उसे वैल्यू दी जा रही है और वह केवल दूसरों को फायदा पहुंचाने का कार्य नहीं कर रहा तो वह अवश्य ही कार्य करेगा।
नौकरी छोड़ने के कारण
50 फीसदी उत्तरदाताओं का कहना है कि बेहतर कंपनसेशन और लाभ की कमी के कारण आईटी सेक्टर के कर्मचारी नौकरी छोड़ रहे हैं वहीं 25 फीसदी उत्तरदाताओं का कहना है कि करियर का ग्रोथ न होना नौकरी छोड़ने का मुख्य कारण है। रिपोर्ट के अनुसार आईटी कंपनियां खराब दौर का सामना कर रही हैं जहां बेस्ट कर्मचारी बड़ी संख्या में अपनी नौकरियां छोड़ रहे हैं। इसके साथ ही रिपोर्ट इस बात पर भी जोर देता है कि 2021 में न्यू-ऐज कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की वृद्धि की जिसकी वजह से भी कर्मचारियां अपनी नौकरी छोड़ रहे हैं।